अनुराग ठाकुर के बयान के बाद राजनीति गरमा गई है
लोकसभा में जाति जनगणना और भाजपा सांसद अनुराग ठाकुर के बयान पर बहस गरमा गई है।
लोकसभा में जाति जनगणना और भाजपा सांसद अनुराग ठाकुर के बयान पर बहस गरमा गई है। कांग्रेस और सभी विपक्षी दलों ने एक साथ केंद्र की आलोचना की, वहीं भाजपा ने अनुराग का समर्थन किया। अनुराग ठाकुर के बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए राज्यसभा में विपक्ष के नेता कांग्रेसी मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि संसद में किसी की जाति पर चर्चा नहीं होती। अनुराग ठाकुर ने यह बात जानबूझकर राहुल गांधी को नीचा दिखाने के लिए कही। यह गलत है। अनुराग ठाकुर में परिपक्वता की कमी है, फिर भी प्रधानमंत्री को ट्वीट करने की जरूरत क्यों पड़ी? मैं प्रधानमंत्री के ट्वीट से असहमत हूं। प्रधानमंत्री को पता होना चाहिए कि किसका बचाव करना है और कब बोलना है।
हालांकि, संसदीय कार्य मंत्री किरेन रिजिजू ने सदन के बाद कहा कि कांग्रेस जाति के आधार पर देश को बांटना चाहती है। यह साजिश है। आखिर कांग्रेस जाति जांच से क्यों परेशान है? भाजपा सांसद संबित पात्रा ने इस मुद्दे पर राहुल और अखिलेश को घेरा है। संबित पात्रा के अनुसार राहुल गांधी और उनकी पार्टी के लोगों की हरकतें माफ नहीं की जा सकतीं। अनुराग ठाकुर के भाषण से सिर्फ़ एक व्यक्ति को बुरा लगा, जिसमें उन्होंने किसी का नाम नहीं लिया, तो फिर उनके कहने पर सारे कांग्रेसी क्यों उठ खड़े हुए? पात्रा ने राहुल की आलोचना करते हुए कहा कि लोकतंत्र के मंदिर में इस तरह का अहंकारी व्यवहार देखकर उनकी भावनाएं आहत होती हैं। साथ ही उन्होंने दावा किया कि अखिलेश यादव ने दूसरों की जाति पूछी थी, लेकिन खुद ऐसा करके वे परेशानी खड़ी कर रहे हैं। उन्होंने दावा किया कि जाति पूछने से ही हंगामा मच जाता है।
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