मुरादाबाद: चार भाइयों की इकलौती बहन रजनी को गार्ड ने परेशान किया, मामला पुलिस के संज्ञान में लाया गया
मुरादाबाद। रजनी राजकीय महिला पॉलीटेक्निक की छात्रा थी। हालांकि पुलिस और कॉलेज प्रिंसिपल को नहीं पता कि उसकी मौत क्यों हुई, लेकिन छात्रा के पिता का कहना है..
मुरादाबाद। रजनी राजकीय महिला पॉलीटेक्निक की छात्रा थी। हालांकि पुलिस और कॉलेज प्रिंसिपल को नहीं पता कि उसकी मौत क्यों हुई, लेकिन छात्रा के पिता का कहना है कि गार्ड उनकी बेटी को परेशान कर रहा था। वह उसे परेशान कर रहा था। वह उसके मोबाइल फोन का इस्तेमाल कॉल करने और अन्य कामों के लिए करता था। इसी वजह से छात्रा ने करीब दो महीने पहले अपना सिम कार्ड बदल लिया था।
गुरुवार शाम करीब चार बजे छात्रा के माता-पिता और चाचा बस से मुरादाबाद जा रहे थे। फोन पर हुई बातचीत में रजनी के पिता ने बताया कि कॉलेज का सिक्योरिटी गार्ड उनकी बेटी को परेशान कर रहा था। पिता को छात्रा से उस गार्ड की फोटो भी मिली थी। पिता ने बताया कि उन्होंने और उनके भाई ने घटना वाले दिन मंगलवार को बेटी को फोन करने का प्रयास किया था, लेकिन वे सफल नहीं हुए। बेटी ने एक दिन पहले यानी सोमवार रात सात से आठ बजे के बीच वीडियो कॉल की थी, जिसे उसने अपने आधे चेहरे से ढक रखा था। जब उसकी माँ ने पूछा कि उसने अपना चेहरा क्यों ढका हुआ है, तो उसने बहाना बनाया कि मच्छरदानी लगी हुई है।
रजनी के पिता ने बताया कि उनकी बेटी को करीब आठ दिनों से बोलने में दिक्कत हो रही थी। वह उलझन में थी। उसने पंद्रह दिन पहले अपनी माँ से संपर्क किया और जब उसका फोन नहीं उठा, तो उसने अपनी भाभी को फोन किया। वह काफी गुस्से में थी और उनसे कह रही थी, "हमें चिंता है कि हम मर जाएँगे क्योंकि तुम लोग फोन नहीं उठा रहे हो।" मृतक छात्रा के पिता ने बताया कि उनकी बेटी अपने चार भाइयों में सबसे छोटी और इकलौती बहन थी। उसके दोनों बड़े भाइयों की पत्नियाँ मिल गई हैं। हालाँकि, सिविल लाइन पुलिस स्टेशन के प्रभारी राम प्रसाद शर्मा ने बताया कि मृतक छात्रा के कमरे से कोई सुसाइड नोट नहीं मिला है।
फोन बरामद कर लिया गया है और जाँच चल रही है। रजनी 24 अप्रैल को घर के लिए निकली थी। मृतक छात्रा के पिता ने बताया कि 24 अप्रैल को उनकी बेटी महोबा अपने घर लौटी थी। वह वहाँ करीब आठ दिन रही थी, लेकिन उसने उन्हें कोई ऐसी जानकारी नहीं दी जिससे वे अपनी बेटी के बारे में कुछ समझ पाते। मृत छात्रा के माता-पिता संपन्न नहीं हैं। छात्रा के पिता के अनुसार उनके पास खेती की एक छोटी सी जमीन है। मजदूरी से घर का खर्च चलता है। वह मजदूरी करते हैं और उनके बेटे भी मजदूरी करते हैं। छात्रा के पिता के अनुसार बेटी की शिक्षिका ने उसे संयुक्त प्रवेश परीक्षा देने की सलाह दी थी। वह भी इसकी तैयारी में जुट गई थी।
छात्रा की मौत की जानकारी शासन को मिली तो एक टीम ने जांच का आदेश दिया। राजकीय महिला पॉलीटेक्निक में छात्रा की मौत की सूचना शासन को दे दी गई है। प्राविधिक शिक्षा निदेशक के निर्देश पर मामले की जांच की जा रही है। गुरुवार को संयुक्त निदेशक प्राविधिक शिक्षा साबिर अहमद के नेतृत्व में तीन लोगों की टीम राजकीय महिला पॉलीटेक्निक पहुंची। टीम में अमरोहा बछरायूं राजकीय पॉलीटेक्निक की शिक्षिका सोनिया और राजकीय पॉलीटेक्निक कॉलेज रामपुर के प्रधानाचार्य डीबी सिंह भी हैं।
घटना की जानकारी जुटाने के लिए टीम ने छात्रा के छात्रावास के कमरे के आसपास के कमरों में रहने वाली अन्य छात्राओं से भी बात की है। सुरक्षा कर्मचारियों और वार्डन हेमलता ने भी बयान दर्ज कराए हैं। प्रिंसिपल धीरेंद्र कुमार यादव से बातचीत के बाद टीम ने एक विस्तृत रिपोर्ट तैयार की है। कॉलेज के छात्र सवालों और जवाबों के कारण चिंता और डर की स्थिति में हैं। कॉलेज प्रशासन के अनुसार छात्रावास में कुल 155 छात्र रहते हैं। हर कमरे में तीन छात्र रहते हैं। छात्रावास का संचालन वार्डन सोनी करती हैं। हालांकि, वे फिलहाल मातृत्व अवकाश पर हैं। नतीजतन अब शिक्षिका हेमलता वार्डन की जिम्मेदारी संभाल रही हैं।
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