बलिया: शिक्षकों को मिला प्रशिक्षण, आपदा प्रबंधन पर जन जागरूकता अभियान हुआ संपन्न
शहर के गंगा बहुउद्देशीय सभागार में शनिवार को आपदा प्रबंधन जन जागरूकता प्रशिक्षण कार्यक्रम का दूसरा दिन संपन्न हुआ।
बलिया: शनिवार को शहर के गंगा बहुउद्देशीय सभागार में आपदा प्रबंधन जन जागरूकता प्रशिक्षण कार्यक्रम के दूसरे दिन का समापन किया गया। जिला प्रशिक्षकों ने निम्नलिखित में से प्रत्येक से एक शिक्षक को प्रशिक्षित किया: रसड़ा, नगरा, नवानगर और पंडाह के विकास खंडों में प्राथमिक विद्यालय; इसके अतिरिक्त, जिला प्रशिक्षकों ने जिले के सभी कॉलेजों और माध्यमिक विद्यालयों के शिक्षकों को प्रशिक्षित किया। कार्यक्रम की शुरुआत जिला सर्विलांस अधिकारी डॉ. अभिषेक मिश्रा और डॉ. रामशरण यादव ने मां सरस्वती के चित्र के समक्ष दीप प्रज्ज्वलित कर की।
प्रोफेसर रामशरण यादव के अनुसार व्यक्तियों को जागरूक करने से नुकसान को रोकने में मदद मिल सकती है।
इस दौरान प्रो रामशरण यादव ने कार्यक्रम में उपस्थित लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि जन जागरूकता को हथियार के रूप में उपयोग करने से आपदाओं से होने वाले नुकसान को कम किया जा सकता है. इस विशेष अवसर पर डॉ. अभिषेक मिश्रा ने लू, सर्पदंश और प्राथमिक चिकित्सा के बारे में जानकारी प्रदान की। डॉ. उज्ज्वल प्रकाश ने सीपीआर पर विस्तृत निर्देश दिये। जिला मलेरिया पदाधिकारी सुनील यादव से लोगों ने वेक्टर जनित रोग से बचाव का प्रशिक्षण प्राप्त किया.
आग लगने से कैसे बचें
अग्निशमन अधिकारी संजय कुमार द्वितीय ने आग से बचने के बारे में सलाह दी। जिला विद्यालय निरीक्षक राजेश कुमार यादव ने प्राकृतिक आपदाओं के प्रभाव को कम करने के बारे में जानकारी प्रदान की। प्रशिक्षक हिमांशु गुप्ता ने पूरे प्रशिक्षण सत्र में आपदा विषय पर प्रकाश डाला। इस दौरान विषय का परिचय देने के लिए स्कूल सुरक्षा पर एक वीडियो का उपयोग किया गया।
अत्यधिक वर्षा से होने वाले नुकसान और उससे बचने के उपाय बताए।
रेडक्रास सदस्य शैलेन्द्र पांडे ने भारी बारिश से होने वाले नुकसान और उससे बचने के उपाय बताए। जिला आपदा विशेषज्ञ ने दामिनी ऐप और सचेत ऐप के बारे में बात की और प्राकृतिक आपदाओं के संबंध में गहन जानकारी प्रदान की। प्रशिक्षक नितेश पाठक ने आकाशीय बिजली की विस्तृत जानकारी दी। इस खास मौके पर प्रमोद श्रीवास्तव और राजेश गुप्ता जैसे प्रमुख लोग मौजूद थे. संचालन जिला प्रशिक्षक नितेश पाठक एवं आपदा विशेषज्ञ पीयूष सिंह ने किया.
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