बलिया: पेंशन की आस में संघर्ष करते-करते रिटायर्ड शिक्षक ने तोड़ा दम
बैरिया, बलिया: पेंशन की गुहार लगाते-लगाते सेवानिवृत्त शिक्षक गिरजा शंकर पांडे की जान चली गई, लेकिन विभाग ने उनका पेंशन जारी नहीं किया। मामला सहायता प्राप्त जूनियर हाई स्कूल श्रीनगर नंबर 1 का है
बैरिया, बलिया: पेंशन की गुहार लगाते-लगाते सेवानिवृत्त शिक्षक गिरजा शंकर पांडे की जान चली गई, लेकिन विभाग ने उनका पेंशन जारी नहीं किया। मामला सहायता प्राप्त जूनियर हाई स्कूल श्रीनगर नंबर 1 का है, जहां दया छपरा निवासी गिरजा शंकर पांडे सहायक अध्यापक के पद पर कार्यरत थे। रिटायरमेंट के बाद स्कूल से जुड़े विवादों और अधिकारियों की लापरवाही के चलते उनका पेंशन भुगतान अटका रहा।
गिरजा शंकर पांडे ने अपने पेंशन के लिए बेसिक शिक्षा अधिकारी से लेकर बेसिक शिक्षा सचिव तक गुहार लगाई। उन्होंने उच्च न्यायालय का भी दरवाजा खटखटाया। कोर्ट ने विभाग को नियमानुसार पेंशन जारी करने का आदेश दिया, लेकिन अधिकारियों ने आदेश की अनदेखी की। पेंशन का इंतजार करते-करते 24 नवंबर को उन्हें दिल का दौरा पड़ा, जिससे उनका निधन हो गया।
अब उनके बेटे विनीत कुमार पांडे ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से न्याय की अपील की है। उनका कहना है, "योगी जी के दरबार में सभी को न्याय मिलता है। मुझे भी उम्मीद है कि मेरे पिता का बकाया पेंशन और पीएफ भुगतान किया जाएगा।"
इस घटना ने सरकारी तंत्र की लापरवाही और रिटायर्ड कर्मचारियों की दुर्दशा को उजागर कर दिया है।
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